नौ देवियाँ / नव देवी

नौ दिन यानि हिन्दी माह चैत्र और आश्विन के शुक्ल पक्ष की पड़वा यानि पहली तिथि से नौवी तिथि तक प्रत्येक दिन की एक देवी मतलब नौ द्वार वाले दुर्ग के भीतर रहने वाली जीवनी शक्ति रूपी दुर्गा के नौ रूप हैं :
1. शैलपुत्री 
2. ब्रह्मचारिणी 
3. चंद्रघंटा 
4. कूष्माण्डा 
5. स्कन्दमाता 
6. कात्यायनी 
7. कालरात्रि 
8. महागौरी 
9. सिध्दीदात्री 
इनका नौ जड़ी बूटी या ख़ास व्रत की चीजों से भी सम्बंध है, जिन्हे नवरात्र के व्रत में प्रयोग किया जाता है :
1. कुट्टू (शैलान्न) 
2. दूध-दही, 
3. चौलाई (चंद्रघंटा) 
4. पेठा (कूष्माण्डा) 
5. श्यामक चावल (स्कन्दमाता) 
6. हरी तरकारी (कात्यायनी) 
7. काली मिर्च व तुलसी (कालरात्रि) 
8. साबूदाना (महागौरी) 
9. आंवला(सिध्दीदात्री) 
अष्टमी या नवमी 
यह कुल परम्परा के अनुसार तय किया जाता है। भविष्योत्तर पुराण में और देवी भावगत के अनुसार, बेटों वाले परिवार में या पुत्र की चाहना वाले परिवार वालों को नवमी में व्रत खोलना चाहिए। वैसे अष्टमी, नवमी और दशहरे के चार दिन बाद की चौदस, इन तीनों की महत्ता 'दुर्गासप्तशती' में कही गई है। 
जय माँ भवानी...
नौ देवियाँ / नव देवी नौ देवियाँ / नव देवी Reviewed by Krishna Prasad Sarma on अक्टूबर 14, 2018 Rating: 5

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