गुरु का वृश्चिक राशि में प्रवेश, कैसा रहेगा असर ?

आगामी कुछ दिनो में गुरू ग्रह अपनी राशि बदलने वाले है । गुरूदेव तुला राशि छोडकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे , पिछले कई दिनो से कुछ राशि वालो को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था वे अब उन समस्याओं से मुक्ति पा सकेंगें एवं बृहस्पति अपनी पूर्ण शक्ति से शुभ फल देना शुरू करेंगे विभिन्न राशियों के लिये यह फल किस प्रकार होगा इसका विचार करने के लिये बृहस्पति की स्थिति एवं उसकी दृष्टि से जानकर पता लगेगा।
बृहस्पति गोचर में वृश्चिक राशि में 11 अक्टोबर 2018 को रात्रि में 07 बजकर 20 मिनट पर प्रवेश करके , इसी राशि में वे 05 नवंबर 2019 को प्रातः 05 बजकर 16 मिनट तक भ्रमण करते रहेंगे। बृहस्पति का वृश्चिक में गोचर का प्रभाव विभिन्न राशियों पर अलग-अलग रूप में पड़ेगा। आइये जानते है कि बृहस्पति का तुला से वृश्चिक राशि में परिवर्तन से जीवन के विभिन्न क्षेत्रों तथा धन, भाई-बंधू, माता-पिता, परिवार, शिक्षा, व्यवसाय, वैवाहिक जीवन इत्यादि का कितना प्रभाव पड़ेगा। इस राशि में गुरु सबसे पहले गुरू के विशाखा नक्षत्र में भ्रमण करेंगे उसके बाद शनि तथा बुध के नक्षत्र में परिभ्रमण करेंगे। वही नवांश में कर्क राशि से लेकर मंष राशि तक क्रमशः परिभ्रमण करेंगे।
गुरु का अपने मित्र मंगल की राशि में आने से रूके मांगलिक कार्य होने के संकेत मिलते है। शेयर मार्केट के लिये शुभ संकेत रहेगे वर्षा की अनियंत्रित स्थिति पर कुछ नियंत्रण होगा आसुरी शक्तियों पर नियंत्रण आवश्यक होगा । राजनैतिक संर्धष होंगे , बाढ व तूफान का खतरा बना रहेगा । गुरू का मंगल की राशि में गोचर वृश्चिक राशि मंगल की स्व राशि है वह गुरू के प्रभाव में आने से भूमि , भवन, अग्नि संबंधी सामगी , ईधन की सामग्री सस्ती होगी । इस समय सत्तापक्ष व विपक्ष में संर्घष होगें वृश्चिक में गुरू प्रवेश के बाद वर्षा की अधिकता होगी ।

गुरु का मेष राशि पर प्रभाव

मेष राशि या लग्न वालों के लिये बृहस्पति गोचर में आठवें भाव में रहेगा , अनायास ही अनिर्णय की स्थिति बनेगी यदि पार्टनरशिप में कोई दरार आने से कार्य करने में असहजता रहेगी। यदि किसी नए काम अथवा नौकरी की तलाश में है तो यहां सफलता मिलेगी पर उसके लिये शहर बदलना पडैंगा । यात्रा का योग बन रहा है। मान-सम्मान में कुछ कमी का अनुभव होगा होगी। विवाह का योग टल सकते है । कारोबारी यात्राओं की अधिकता रहेगी परन्तु धार्मिक यात्राओं का भी लगातार जोर बना रहेगा पर यात्रा टल सकती है । बातचीत की शैली प्रभावशाली रहेगी उसका लाभ भी मिलने लगेगा। धन का निवेश कर सकते है , भवन निर्माण या भवन पुर्ननिर्माण का कार्य आरंभ हो सकता है ,परन्तु सोच समझकर ही अपने पैर पसारे । नौकरी में परिर्वतन करने से पहले दूसरी नौकरी अवश्य ढूंढ लें । पत्नी से लाभ मिलने का योग बन रहा है पत्नी का सहयोग मिलेगा आप भी उनकी खुशी का ख्याल रखे तथा अपना विश्वास बनाये रखे। मित्रो तथा अधिकारियो का पूर्ण सहयोग मिलने में संदेह रहेगा परन्तु धैर्य नहीं खोवें। माता की चिता दूर होगी ।

गुरु का वृषभ राशि पर प्रभाव

वृष राशि तथा वृष लग्न वालो के कुंडली में वृहस्पति का गोचर सप्तम भाव में हो रहा है। गुरु यहाँ बैठकर लग्न, लाभ तथा सहोदर स्थान को देख रहा है अतः स्पष्ट है की कठिन मेहनत से ही सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र के लिए अनुकूल समय है यदि नौकरी की तलाश कर रहे है तो निश्चित ही नौकरी मिलेगी। यदि नौकरी में परिवर्तन चाह रहे है तो अनुकूल समय है आपको इस समय का लाभ उठाना चाहिए और लाभ के अवसर अधिक होगें। आर्थिक व पारिवारिक मामलों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा।सामाजिक एवं राजकीय सम्मान बढेगा। रूका धन प्राप्त होगा । लड़ाई-झगड़ा एवं विवाद में भी सम्मान का योग बन रहा है विद्यार्थियो के लिए प्रतियोगिता में सफलता पाने का सुवसर है प्रतियोगी बने सफलता कदम चूमेगी। स्वास्थ उत्तम रहेगा, भाई बहनो से मेलमिलाप के अवसर सुलभ होगें। आपकी छवि श्रेष्ठ रहेगी, गुरु लग्न तथा लाभ भाव को देख रहे है ।अतः कार्य को लेकर सम्मान के अवसर बनेंगे , यात्रा या लम्बी यात्रा करनी पड़ सकती है। स्वयं का कार्य या साझेदारी के कार्यों में सफलता मिलेगी ।

गुरु का मिथुन राशि पर प्रभाव

मिथुन राशि तथा मिथुन लग्न वालो के कुंडली में वृहस्पति का गोचर छठे भाव में होगा। छठा भाव रोग ,ऋण एवं शत्रु , का होता है । अतः जातक को इससे सम्बंधित विषय विशेष का शुभ व अशुभ दोनों समाचार मिलेगा। कानूनी प्रकरणें में सफलता मिलेगी । यदि आप वकील है तो उसे कानूनी प्रकरणों में सफलता निश्चितता के साथ मिलेगी यदि कही किसी कोर्स में एडमिशन लेना चाहते है तो एडमिशन तो मिलेगा परन्तु परेशानी के साथ। कोई नया प्रोजेक्ट पर भी काम करना पर सकता है। आप अपने बुद्धि कौशल एवं वाणी कौशल से कर्मक्षैत्र का निर्माण करेंगे। नौकरी करने वाले जातक को नए दायित्व का निर्वहन करने के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि पदौन्नति के लिए सोच रहे है तो इसका लाभ मिल सकता है। आपके घर परिवार में किसी न किसी प्रकार का शुभ कार्य का आयोजन निश्चित ही होगा। संतान पक्ष से कुछ कष्ट हो सकता है। व्यापार तथा व्यवसाय में लाभ ही लाभ होगा परन्तु जल्दबाजी न करे। आपको अपने मित्रों का सहयोग मिलेगा तथा नए मित्र भी बनेंगे। स्वास्थ के दृष्टिकोण से वृहस्पति का गोचर ठीक ही रहेगा । आपका सामाजिक दायरा बढेगा तथा धर्म स्थलों पर जाने तथा धार्मिक कार्यो से जुड़ने का अवसर मिल सकता है। संचित धन में वृद्धि होगी ।

गुरु का कर्क राशि पर प्रभाव

कर्क राशि एवं कर्क लग्न वालो के लिए इस समय गुरु का गोचर पंचम भाव में होगा अतः जातक को पंचम भाव से सम्बंधित फल की प्राप्ति होगी। अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में है तो सफलता के प्रबल योग बनेंगे । भाग्य प्रबल रहेगा , लाभ के प्रचुर अवसर उपलब्ध रहेंगे , बडे भाईयों से सहयोग मिलेगा, संतान को सफलता मिलेगी , संतान की इच्छा रखने वालो की इच्छा पूर्ती होगी , सम्मान बढेगा , पदौन्नती के अवसर की प्राप्ति होगी , स्वयं का कोई काम शुरू करने की योजना है तो वह फलीभूत होगी । नई गाड़ी का भी योग है। घर-परिवार में सौहार्द पूर्ण वातावरण बना रहेगा। आपके सामाजिक तथा पारिवारिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। बड़े अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। यदि आप नौकरी की तलाश में है तो निश्चय ही नौकरी मिलेगी। यदि नौकरी में परिवर्तन चाहते है तो इसके लिए भी अनुकूल समय है। इस समय आपके द्वारा सोचे गए सभी कार्य पूरे होने की प्रबल सम्भावना है। आपको साझेदारी में कोई व्यवसाय करने का अवसर मिलेगा। कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी तथा मेहनत का पूर्ण फल मिलेगा। धार्मिक कार्यो में रूचि बढ़ेगी। प्रोपर्टी में पैसा लगा सकते है। स्वास्थ्य ठीक ही रहेगा परन्तु ध्यान देने की आवश्यकता है। न्यायिक मामलों से लाभ ।

गुरु का सिंह राशि पर प्रभाव

सिंह लग्न एवं सिंह राशि के लिये बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव में हो रहा है फलस्वरूप आप मेहनत से भाग्य का निर्माण करने में सफल होंगे। पैतृक सम्पति को प्राप्त करने में सफल रहेंगे , भूमि या भवन से संबंधित किसी काम में रूकावट आ रही है तो वह दूर होगी एवं नये भवन निर्माण की योजना फलीभूत होगी यदि काई समस्या आती है तो धैर्य तथा विवेक का परिचय दे सब ठीक हो जाएगा। गुरु का यहाँ होने से आपके अंदर नए कार्यो के प्रति रूचि बढ़ेगी। प्रचुर मात्रा में मान सम्मान में वृद्धि होगी। छोटी यात्रा का बार-बार संयोग बनेगा तथा यात्राओं के माध्यम आपका काम भी पूर्ण होगा। वाहन आदि की खरीदी के योग बनेंगे मन पसंद वाहन खरीद सकेंगे, आप अपने स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान रखे। चतुर्थ भाव से वृहस्पति अपने पंचम दृष्टि से अष्टम भाव को देख रहा है अतः पढाई की इच्छा रखने वाले के लिये गोपनीय ज्ञान में रूचि बढेगी रूका धन मिलेगा, सामाजिक प्रतिष्ठा बढेगी उससे लोकप्रियता में भी वृद्धि होगी। माता के लिये शुभ कार्य हाने के योग है , और आपको वहां जाने का मौका मिलेगा। कर्म क्षैत्र में सफलता मिलेगी।

गुरु का कन्या राशि पर प्रभाव

कन्या राशि एवं कन्या लग्न गोचर में वृहस्पति आपके सहोदर भाव में रहेगा तथा वहाँ से सप्तम दृष्टि से भाग्य भाव को देख रहा है अतः यात्रा के योग प्रबल रहेंगे , धार्मिक यात्रा के योग प्रबल रहेंगे । पार्टनरशिप में बड़ी परिपक्वता राशि मिल सकती है। अचानक नौकरी भी मिल सकती है। लाभ के अवसर प्रचुर मात्रा में मिलेंगे वृहस्पति सुखेश एवं कर्मेंश होकर गोचर में तृतीय भाव में है घर परिवार में कोई नए लोगों के घर जाने की योजना बनेगी परिवार में वृद्धि हो सकती है। शुभ कार्यो में व्यय होगा। कई बार कार्यो में रुकावट भी आएगी परन्तु अंततः सफलता मिलेगी। बीमारी से बचे। ऋण लेने का योग है । सहयोगियों की संख्या में वृद्धि होगी। संतान चाहने वाले व्यक्ति को संतान सुख मिलेगा तथा प्यार करने वाले को प्यार का सुख मिलेगा संतान के ऊपर खर्च करने का अवसर मिलेगा। प्रेम का नया दौर शुरू हो सकता है। बडे भाई का स्वास्थ्य खराब हो सकता है इससे उनके कार्यक्षेत्र पर भी असर पर सकता है। जीवन साथी से संबध मधुर रहेंगे। मीडिया या साझेदारी में काम करने वालो के लिये गुरू का बदलाव उत्तम रहेगा जीवनसाथी के साथ किसी यात्रा पर जा सकेंगे , छाटे भाई बहनों से संबंध सूधरेगें। समय की अनुकूलता का लाभ लीजिये।

गुरु का तुला राशि पर प्रभाव

तुला राशि एवं तुला लग्न वालो के लिए बृहस्पति सहजेश तथा रोगेश होकर द्वितीय में स्थित है यह स्थिति आपके लिए अनुकूल है बंधू बांधव का सुख मिलेगा। यदि आप विवाह के इच्छुक है तो विवाह के बंधन में बंध सकते हैं। प्रेम और विवाह दोनों संभव है। घर परिवार में सुख शांति का माहौल रहेगा परिवार में कोई शुभ कार्य होने के प्रबल योग बन रहा है। आय में वृद्धि होगी परन्तु कभी-कभी रूकावट भी आएगी उससे घबराये नहीं। कार्य स्थल पर उच्च अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। नौकरी में पदोन्नति भी मिलने की सम्भावना है। अपने स्वभाव में सकारात्मक एवं तार्किक सोच विकसित करें। वाणी प्रभावशाली रहेगी, कुटुम्ब में किसी आयोजन का हिस्सा बनेंगे लोकप्रियता बढने से अर्थिक लाभ भी बडेगा तो जन संपर्क बढेंगे एवं उनका लाभ भी मिलेगा । धार्मिक यात्रा होगी। न्यायालयीन प्रकरणों में विजय मिलेगी । पड़ौसियो से मदद मिलेगी , आपकी सौम्यता ही आपकी विजय होगी।

गुरु का वृश्चिक राशि पर प्रभाव

वृश्चिक राशि एवं वृश्चिक लग्ल के लिए बृहस्पति लग्न भाव में गोचर कर रहे है यह स्थिति जातक के लिए बहुत अच्छी है आपके परिश्रम का मूल्य मिलेगा आलस्य त्यागें नकारात्मक सोच में कमी आयेगी, फलस्वरूप आप मानसिक रूप से परेशानी में कमी होगी। आत्मविश्वास की में उत्तरोत्र वृद्धि होगी । बहनो एवं भाइयो तथा घर-परिवार की मदद सभी अवसरों पर मिलेगी । शत्रु आपके ऊपर हावी होने का अवसर आप स्वयं ही दे सकते है इस कारण आप बेवजह परेशान होंगे। किसी शुभ एवं धार्मिक कार्यो में व्यय होगा। पत्नी से संबंध सुधरेंगे। संतान सफलता अर्जित करेगी एवं संतान की सफलता से मन भी प्रफुल्लित रहेगा , धर्म-स्थल की यात्राएं हो सकती है। ईश्वर आराधना करे आपका कल्याण होगा। यदि पार्टनरशिप में यदि कोई कार्य कर रहे है तो सफलता आपका रास्ता देख रही है । सम्बन्धो में छोटी-छोटी बात को लेकर करवाहट न लाये आप अपनी तरफ से पूर्ण मनोयोग से कडवाहट दूर करने में लगे रहेगे। सम्मान में उत्तरोत्र वृद्धि होगी सामाजिक पहचान बनेगी।

गुरु का धनु राशि पर प्रभाव

धनु राशि एवं धनु लग्न को वृहस्पति लग्न तथा सुख भाव का स्वामी होकर गोचर में आपके द्वादश भाव में स्थित है अतः आपको धन को परिवार के लिये खर्च करना पडेगा और यह आपका संचित धन ही व्यय होगा संतान को पढने के लिये बहार भेजना पड सकता है । माता को तीर्थ यात्रा पर भेज सकेंगे , भवन निर्माण का कार्य आरंभ हो सकेगा या पुर्ननिमाण का रास्ता साफ होगा । ज्ञान में वृद्धि होगी मुख्य रूप से मोक्ष के विषय में जानने की लालसा बढेगी । धन उपार्जन के नए-नए रास्ते खोजने का प्रयास कर सकते है सकते हैं। संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। नए कार्य की शरुआत हो सकती है। स्वयं को लेकर कुछ अनिर्णय की स्थिति निर्मित होगी । यदि विद्यार्थी है तो आपका कोई न कोई पाठ्यक्रम में प्रवेश मिल सकता है परन्तु उसके लिये घर से दूर जाना पड सकता है। आपकी जिज्ञासु प्रवुत्ति जागृत होगी । आपके बड़े भाई का सहयोग मिलने में संदेह रहेगा। आपमें प्यार का परवान भी चढ़ सकता है अतः अपनी मर्यादा का ध्यान रखते हुए ही कदम आगे बढ़ाये। झूठ-सच बोलकर लाभ लेने से बचें। आप वैवाहिक बंधन में बंध सकते है। बैंक बेलेंस कम हो सकता है । न्यायालयीन प्रकरणों में विजय मिलेगी। ऋण का बोझ शनैः शनै कम होने लगेगा जो आपके लिये हितकर होगा।

गुरु का मकर राशि पर प्रभाव

मकर लग्न एवं राशि में सहज एवं द्वादश का स्वामी गुरु का गोचर आपके लाभ भाव में गमन कर रहा है अतः आपके कार्यो का विस्तार बढ़ेगा। आपके व्यापार और व्यवसाय में वृद्धि होगी। व्यवसाय और नौकरी को लेकर की गई यात्राएँ सुखद रहेगा। व्यापारिक एव कारोबारी यात्रा के परिणम पक्ष में रहेंगे । आपको बडे भाई बहनों का सहयोग मिलेगा एवं छोटै भाई बहनों से भी संबंध मधुर रहेंगे । सामजिक तथा पारिवारिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी जिससे लोकप्रियता में वृद्धि होगी । नए लाभ के अवसर मिलेंगे तथा नौकरी में परिवर्तन का यह अनुकूल समय है। संतान के कार्यकलाप मन को प्रसन्न करेंगे । अधिनस्त कमचारियों को सही मार्गदर्शन देंगे तो स्थितियां पक्ष में लाभकारी रहेगी। । व्यापार में धन का निवेश कर सकते है। स्वास्थ उत्तम बना रहेगा। परिवार का माहौल सौहार्दपूर्ण रहेगा। स्थाई संपत्ती का सुख बढेगा । साझेदारों से माहोल पक्ष में बनेगा। जीवन साथी से संबंध बेहतर रहेगें। पार्टनरशिप में शुरू किये काम सफलता देगें।

गुरु का कुम्भ राशि पर प्रभाव

धन एवं लाभ भाव के स्वामी बृहस्पति का गोचर आपके कर्मस्थान पर हो रहा है इस कारण गुरु गोचर 2017 आपके भाग्य ने मदद शुरू की है वह जारी रहेगी और नौकरी के क्षैत्र में विशेष सफलता मिलेगी एवं पदौन्नति के अवसर सुलभ होगें । गुरु आपके कुंडली में धन और लाभ भाव का स्वामी होकर कर्म भाव स्थित होकर आपके अंदर प्रचुर उत्साह और विश्वास का संचार बनाये रखेगा। आप अपने व्यवसाय को नए मुकाम पर लेकर जा सकते है आपको इसके लिए उचित अवसर तथा लोगो का साथ भी मिलेगा। विशेष एवं हवाई यात्रा करनी पड़ सकती है और इससे लाभ भी मिलेगा। आप भविष्य के लिए नई व्यवस्था बनाने में सफल होंगे। कर्म पर आपको अधिक ध्यान देना चाहिये । मान-सम्मान में बढोत्तरी हो सकता है। योगाभ्यास करे मन बुद्धि शांत रहेगा। विदेश जाने के लिए सोच रहे है या प्रयासरत है तो यह अनुकूल समय है प्रयास करे सफलता मिलेगी। घर परिवार का माहौल आपके अनुकूल रहेगा। आप धर्म से जुड़ सकते है। शासकीय कार्यों में प्रगती आयेगी । रूके काम पूरे होंगे । सामाजिक सम्मान बढेगा । लोकप्रियता में वृद्धि होगी । पडोसियों से संबंधो में सुधार होगा । न्यायालयीन प्रकरणों में निर्णय आपके पक्ष में हांगा । शासकीय कार्यों में आ रही बाधा दूर होगी ।

गुरु का मीन राशि पर प्रभाव

लग्न एवं कर्म भाव का स्वामी गुरू आपके भाग्य में गोचर करेगा । मीन राशि के जातकों को गुरू का गोचर भाग्य में रहेगा बीते वर्ष से जो धन का अपव्यय शुरू हुआ था उसको विराम लगेगा और जो अन्य समस्यायें थी उन पर अंकुश लगेगा , और गुरू का यह गोचर आपके भाग्योदय में निश्चित ही सहायक होगा। गुरु आपके कुंडली में लग्न और कर्म भाव का स्वामी होकर भाग्य भाव स्थित होकर आपके अंदर प्रचुर उत्साह और विश्वास का संचार बनाये रखेगा। आप अपने व्यवसाय को नए मुकाम पर लेकर जा सकते है आपको इसके लिए उचित अवसर तथा लोगो का साथ भी मिलेगा। लघु तथा लम्बी यात्रा करनी पड़ सकती है और इससे लाभ भी मिलेगा। आप भविष्य के लिए नई व्यवस्था बनाने में सफल होंगे। भाग्य के असहयोग से जो आपको गतवर्ष हानि हुइ्र है उसमें सुधार आने लगेगा। मान-सम्मान में बढोत्तरी हागी है। मन शांत रहेगा, हिम्मत बढेगी, लोकप्रियता भी बढेगी । विदेश जाने के लिए सोच रहे है तो यह अनुकूल समय है प्रयास करे सफलता मिलेगी। घर परिवार का माहौल फिर से आपके अनुकूल बनेगा। आप धर्म से जुड़ सकते है। शासकीय कार्यों में प्रगती आयेगी । रूके काम पूरे होंगे , राजकीय सम्मान मिलेगा ।
गुरु का वृश्चिक राशि में प्रवेश, कैसा रहेगा असर ? गुरु का वृश्चिक राशि में प्रवेश, कैसा रहेगा असर ? Reviewed by Krishna Prasad Sarma on अक्टूबर 04, 2018 Rating: 5

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